परिचय

भारत में कई कंपनियों और संगठनों ने ऑडियो नेटवर्किंग को अपनाया है। बाज़ार शायद अन्य दूसरे विकसित बाज़ारों (डेवलप्ड मार्केट्स) की तुलना में अपनी शुरूआती स्टेज में है लेकिन बदलाव तेज़ी से हो रहा है।

 

भारत में ऑडियो नेटवर्किंग के लिए प्रमुख ड्राइवर्स

कंसल्टेंट्स / इंटीग्रेटर्स - वे जानते हैं कि उपकरणों (डिवाइसेस) को नेटवर्क में जोड़ा जा सकता है, चाहे वह ऑडियो हो या हार्डवेयर के अन्य भाग। यदि वे नेटवर्क के साथ ऑडियो के जुड़ जाने की क्षमता की जांच करें, तो आमतौर पर वे इसे लागू करने में ख़ुश होते हैं।

 

भारत में वैश्विक कंपनियां (ग्लोबल कंपनीज़) – भारत के ऑफिसेस ऑडियो नेटवर्किंग सहित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में नए इनोवेशन्स के बारे में जानने के लिए यूके या यूएस-आधारित (बेस्ड) स्टाफ़ के कौशल (स्किल्स) और अनुभव का फ़ायदा पा सकते हैं।

 

निर्माताओं और ऑडियो टीमों द्वारा आईटी फ्रेंडली भाषा का उपयोग - जब मामला ऑडियो नेटवर्किंग का और एवी टेक्नोलॉजी को आईटी फ्रेंडली बनाने का हो, तो ईको-सिस्टम में हर कोई एक जैसी भाषा बोलने की कोशिश कर रहा है। इसलिए जब ऑडियो की चर्चा उन शब्दों (टर्म्स) में की जाती है, जो आईटी के ग्राहक (कस्टमर्स) आसानी से समझते हैं, तो यह इसे जल्द से जल्द अपनाने में मदद करता है।

 

ऑडियो नेटवर्किंग के लिए प्रमुख चुनौतियाँ / चिंताएँ / रुझान

सुरक्षा - यह वो चीज़ है जिसके बारे में लोग नेटवर्क में डिवाइस को जोड़ते समय हमेशा पूछते हैं। यह कितना सुरक्षित है? क्या यह किसी भी तरह से हमारी आईटी सुरक्षा से समझौता करता है या उसे खतरे में डालता है?

 

जो भी चीज़ कॉर्पोरेट नेटवर्क पर जाती है, वह कॉर्पोरेट आईटी के अंतर्गत आती है और उन्हें यह सुनिश्चित (एन्श्योर) करने की ज़रूरत होती है कि कोई भी डिवाइस इतना सुरक्षित हो कि उनके संगठन (ओर्गेनाइज़ेश्न) या व्यवसाय (बिज़नेस) को कोई समझौता न करना पड़े।

 

उत्पाद  (प्रोडक्ट) अपडेट्स / सलाह - बाज़ार में नित नये फ़ीचर्स / अपडेट्स और इनोवेशन्स लाते हुए सबसे आगे बने रहना, आपको ऑडियो सलूशन्स और नेटवर्क से अधिकतम फ़ायदा लेना सुनिश्चित करता है।

 

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